पुरानी कब्ज को एक झटके में तोड़ देगा  का उपाय, फटाफट बाहर निकलेगा आंतों में सालों से चिपका मल



आप कब्ज का नाश करने के लिए दवाओं की जगह कुछ आयुर्वेदिक उपाय आजमा सकते हैं, उनमें से एक राजवृक्ष है

 

कब्ज एक आम समस्या है लेकिन इसे नजरअंदाज करने से यह समस्या गंभीर बन सकती है। आजकल बहुत से लोग खराब खान-पान और सुस्त जीवनशैली की वजह से कब्ज से पीड़ित रहते हैं। कब्ज का इलाज नहीं करने पर यह घातक बवासीर का रूप ले सकती है। कब्ज होने पर आंतों में कई-कई दिनों का मल जमा होता रहता है। वो ठोस हो जाता है और बाहर नहीं आ पाता।

आंतों में कई दिनों तक मल जमने से कई सिर्फ कब्ज ही नहीं बल्कि आंतों से जुड़े कई रोग और लक्षण महसूस हो सकते हैं। उदाहरण के लिए इससे आपको गैस, एसिडिटी, पेट फूलना, उल्टी या मतली, पेट दर्द, पेट में ऐंठन, पेट में कीड़े होने, पेट में इन्फेक्शन आदि का खतरा हो सकता है।


कब्ज के लिए घरेलू उपाय क्या हैं? आयुर्वेद डॉक्टर मिहिर खत्री के अनुसार, आप कब्ज का नाश करने के लिए दवाओं की जगह कुछ आयुर्वेदिक उपाय आजमा सकते हैं, जो न सिर्फ कब्ज से राहत दे सकते हैं बल्कि पित्ती, मुंहासे, पेट के कीड़े आदि का भी नाश कर सकते हैं।

कब्ज का आयुर्वेदिक इलाज है राजवृक्ष

डॉक्टर के अनुसार, कब्ज से राहत पाने के लिए आप राजवृक्ष पर लगने वाली काले और लंबे फल का इस्तेमाल कर सकते हैं। राजवृक्ष को कई नाम जैसे अमलतास, रागवध,गरमालो आदि के नाम से भी जाना जाता है। इस पेड़ को राजवृक्ष इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि जब इसमें सुनहरे फूल खिलते हैं तो यह बहुत सुंदर दिखता है। पीले सुनहरे फूलों के कारण इसे सुवर्णक भी कहा जाता है।


राजवृक्ष का कौन सा हिस्सा इस्तेमाल करें

डॉक्टर के अनुसार, इस पेड़ पर काले हरे रंग का एक लंबा और पतला डंडे सा दिखने वाला फल होता है, जो पकने पर गहरे भूरे रंग का हो जाता है। जब आप इसे तोड़ेंगे तो आपके इसे छिलके के नीच बीज के अलावा एक चिपचिपा फला माजा (गूदा) मिलेगा। कब्ज का नाश करने के लिए हमेशा गहरे रंग के पके हुए फलों का इस्तेमाल किया जाता है।


कब्ज के लिए कैसे करें राजवृक्ष का इस्तेमाल

कब्ज के लिए कैसे करें राजवृक्ष का इस्तेमाल

पित्ती, मुंहासे और कब्ज के लिए आप इस फल का एक चम्मच गूदा (बिना बीज वाला) लें और उसे 1 कप पानी में रात भर भिगो दें। अगली सुबह पानी छान लें और सुबह खाली पेट पियें। ऐसा हफ्ते में कम से कम 3-4 बार करें। पेट के कीड़ों के लिए एक बार ही यूज करें। 2 साल से ऊपर के बच्चे को सिर्फ आधा चम्मच गूदा + 1/2 कप पानी में मिलकर ही दें।


राजवृक्ष के फायदे 

डॉक्टर के अनुसार, राजवृक्ष के फल के मृदु रेचक गुण (हल्के रेचक) के कारण कब्ज से राहत मिलती है, कीड़े दूर होते हैं, सूजन, फुंसी, त्वचा पर चकत्ते भी कम होते हैं। कई जगह बूढ़े दादा-दादी इसे बच्चों की कब्ज, कीड़ों को खत्म करने के लिए अब भी इस्तेमाल करते हैं। इसकी पत्तियों का लेप लगाने से चकत्ते, एक्जिमा, फंगल इन्फेक्शन में होने वाली खुजली कम हो जाती है।


डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।