तरबूज के 25 फायदे, उपयोग और नुकसान – Watermelon (Tarbuj) Benefits, Uses and Side Effects in Hindi




गर्मियों में गले को तर करने और गर्मी को दूर करने का तरबूज से अच्छा विकल्प और कोई हो नहीं सकता। तरबूज गर्मियों का सबसे खास फल है, जो न सिर्फ प्यास बुझाता है, बल्कि भूख को भी शांत करता है। स्टाइलक्रेज का यह लेख इस खास फल पर आधारित है, इस लेख में हम तरबूज के उन औषधीय गुणों की चर्चा करेंगे, जिनके बारे में शायद आपको पता न हो। आइए सबसे पहले हम तरबूज का संक्षिप्त इतिहास जान लेते हैं।

History of Watermelon in Hindi 

तरबूज आकार में बड़ा होता है। यह अंदर से लाल और बाहर से हरा होता है। तरबूज में 90 प्रतिशत से ज्यादा पानी होता है। तरबूज मीठा, स्वादहीन और कड़वे तीनों रूपों में पाया जाता है। इसकी उत्पत्ति का स्थान दक्षिण अफ्रीका के कालाहारी मरुस्थल के आसपास बताया जाता है। कहा जाता है कि तरबूज की पहली फसल मिस्र में लगभग 5 हजार साल पहले उगाई गई थी। तरबूजों को अक्सर राजाओं की कब्रों में रखा जाता था, ताकि वो जिंदगी के बाद भी उन्हें पोषित कर सकें।


यह फल कई जरूरी पोषक तत्वों से भरा है, इसलिए यह शरीर से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करने का काम कर सकता है। तरबूज फाइबर, पोटैशियम, आयरन और विटामिन-ए, सी व बी से समृद्ध होता है, लेकिन इस फल को सबसे ज्यादा खास इसमें मौजूद लाइकोपीन नामक तत्व बनाता है। यह तत्व एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और इसी से फल को गहरा लाल रंग मिलता है।



Benefits of Watermelon in Hindi

1. हृदय स्वास्थ्य

हृदय स्वास्थ्य के लिए तरबूज के फायदे बहुत हैं। शोध के अनुसार, रोजाना तरबूज खाने या इसका जूस पीने से खराब कोलेस्ट्रॉल के संचय को रोका जा सकता है (2), जो हृदय रोग का कारण बन सकता है। अध्ययन के अनुसार तरबूज के इन हृदय-स्वस्थ गुणों के पीछे तरबूज में पाया जाने वाला साइट्रलाइन नामक पदार्थ है। शोध में बताया गया है कि साइट्रलाइन अच्छी तरह से एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों में प्लाक जमने की समस्या) पर लाभकारी प्रभाव डाल सकता है (3)। दरअसल, कोरोनरी धमनियों में प्लाक को कम करने में सहायक हो सकता है।एथेरोस्क्लेरोसिस एक हृदय रोग है, जिसमें धमनी की दीवारों पर वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों का निर्माण होने लगता है। इसके अलावा, साइट्रलाइन रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में धमनी की कठोरता (Arterial Stiffness) को कम करने का काम भी कर सकता है 

2. पाचन स्वास्थ्य

पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए तरबूज आपकी मदद कर सकता है। तरबूज में पानी की अधिकता होती है और पानी भोजन पचाने में सबसे अहम तत्व माना जाता है। इसके अलावा, इसमें फाइबर भी पाया जाता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के साथ-साथ कब्ज, डायरिया व गैस जैसी समस्याओं से निजात दिलाने का काम करता है (5)। पेट की दिक्कतों से बचे रहने के लिए आप अपने दैनिक आहार में तरबूज को शामिल कर सकते हैं।

3. वजन घटाने के लिए

वजन घटान के लिए भी तरबूज के फायदे बहुत हैं। जो लोग अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं, वो अपने दैनिक आहार में तरबूज को शामिल कर सकते हैं। वजन कम करना, तरबूज के सबसे अच्छे स्वास्थ्य लाभों में से एक है। तरबूज में कैलोरी की मात्रा कम होती है, जबकि फाइबर अधिक पाया जाता है (6)। इसके अलावा, यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में भी सहायक हो सकता है एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में भी तरबूज का सेवन बढ़ते वजन की समस्या में उपयोगी पाया गया है। यह पेट को ज्यादा देर तक भरा रख सकता है, जिसकी वजह से लोगों की भूख कम लग सकती है और लोग कम खा सकते हैं (8)। ऐसे में वजन कम करने के डाइट में स्नैक्स के तौर पर तरबूज को शामिल करना अच्छा विकल्प हो सकता है।

4. रखता है हाइड्रेट

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है, यानी आपके शरीर में जल पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए। डिहाइड्रेशन कई शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे कब्ज, कमजोरी, सिर चकराना, सिर दर्द, मुंह सुखना, पेट फूलना व लो बीपी आदि (9), (10)। तरबूज में पानी की अधिकता होती है, इसलिए यह शरीर को हाइड्रेट रखने का काम करता है। खासकर, गर्मियों के दौरान निर्जलीकरण की समस्या ज्यादा होती, इसलिए डॉक्टर भी तरबूज का जूस पीने की सलाह देते हैं। यह शरीर को रिहाइड्रेट करता है और पेट को ठंडा रखता है 

5. कैंसर

कैंसर जैसी घातक बीमारी के लिए भी तरबूज के फायदे बहुत हैं। तरबूज में लाइकोपीन नामक तत्व पाया जाता है, जो कैंसर से बचाव कर सकता है। लाइकोपीन की वजह से तरबूज को लाल रंग प्राप्त होता है (12)। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, इसलिए यह शरीर में कैंसर को पनपने से रोक सकता है।

एक अध्ययन के अनुसार, लाइकोपीन में कीमो प्रिवेंटिव गुण मौजूद होते हैं, जो खासकर प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं (13)। एक अन्य अध्ययन के अनुसार लाइकोपीन अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम या रोक सकता है

6. मांसपेशियों में दर्द

मांसपेशियों में होने वाले दर्द के लिए भी तरबूज फायदा पहुंचा सकता है। यह खास फल इलेक्ट्रोलाइट्स और अमीनो एसिड साइट्रलाइन से समृद्ध होता है, कसरत के बाद गले की मांसपेशियों में होने वाले दर्द को शांत कर सकता है (15)। एक अध्ययन के अनुसार, तरबूज में मौजूद साइट्रलाइन मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है (16)। इसलिए, मांसपेशियां के दर्द से बचे रहने के लिए आप अपने दैनिक आहार में तरबूज को शामिल कर सकते हैं।

7. रोग प्रतिरोधक क्षमता

विटामिन-सी से भरपूर होने के कारण तरबूज शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। इसके अलावा, तरबूज में फाइबर भी पाया जाता है, जो पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने का काम कर सकता है (17), (18)। वहीं, आंतों का स्वास्थ्य अच्छे बैक्टीरिया के माध्यम से रोग-प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने में सहायक हो सकता है।इस खास फल में विटामिन-बी6 भी होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को एंटीबॉडी का उत्पादन करने में मदद करता है। तरबूज में मौजूद विटामिन-ए प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करता है और संक्रमण से बचाता है (19)। एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत रहना बहुत जरूरी है। इसलिए, आप अपने दैनिक आहार में तरबूज को स्थान दे सकते हैं।